मानवता के उत्थान के लिए बाबा एहसानुल्लाह खान वारसी ने "बाबा एहसानुल्लाह खान वारसी ट्रस्ट" नामक धर्मार्थ ट्रस्ट का गठन किया है और इसे रजिस्ट्रार कार्यालय, जिला चित्तूर, आंध्र प्रदेश में पंजीकृत किया है.
जनता की सुविधा और बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए, बाबाजान ने भारत के विभिन्न राज्यों में ५ शाखा ट्रस्ट का गठन किया है. संपर्क पते "संपर्क पृष्ठ" में दिए गए हैं. दैनिक प्रार्थना के अलावा अंग्रेजी महीने की प्रत्येक २४ तारीखः को (कुछ शाखाओं में २५वीं को) स्थानीय शिष्य ट्रस्ट पे इकट्ठा होकर प्रार्थना करते हैं.
मुख्य ट्रस्ट और साथ ही साथ सभी शाखा ट्रस्टों पर एक निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है. शिविर में सभी नामांकित रोगियों की मुफ्त चिकित्सा जांच तथा निःशुल्क दवाएं वितरित की जाती हैं.
ट्रस्ट ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों (विशेष रूप से बाबा के शिष्यों) को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए "वारसी वेल्फ़ेर फ़ंड (डब्ल्यू डब्ल्यू एफ)" नामक एक निधि का गठन किया है।
मदनपल्ली के मुख्य ट्रस्ट पर २२ जनवरी से २५ जनवरी तक एक वार्षिक महोत्सव (उर्स) मनाया जाता है. इस उर्स में भाग लेने के लिए हर वर्ग, अवस्था, श्रेणी, जाति के बाबाजान के शिष्य दुनिया के कोने कोने से मदनपल्ली में इकट्ठा होते हैं. यह सारे लोग चाहे किसी धर्म, जाति और पंथ के हों वह एक साथ रहते, खाते और एक साथ प्रार्थना करते हैं. यह उर्स प्रेम सद्भाव और भाईचारे का एक अनूठा उदाहरण है.
राहनुमा, अध्यक्ष, सजादा-नशीन और जा-नशीन हज़रत बाबा नासीबुल्ला खान वारसी मानव जाति के आध्यात्मिक, आर्थिक और सामाजिक उन्नयन में व्यस्त हैं और ट्रस्ट अपने आदर्श "इंसान की सेवा ही भगवान की सेवा है" पर अग्रसर है.